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Punjab News: NIA ने बठिंडा में SAD कार्यकर्ता के घर पर छापेमारी की, जानिए क्या है मामला

Punjab News: राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (NIA) ने लगभग 20 दिनों के बाद फिर से रामपुरा फुल में छापेमारी की। इस दौरान, टीम ने मौड रोड पर एक ही परिवार के दो लोगों से पूछताछ की और उनके घर की तलाशी ली। छापेमारी में उनके मोबाइल फोन भी जब्त किए गए।

Punjab News: NIA ने बठिंडा में SAD कार्यकर्ता के घर पर छापेमारी की, जानिए क्या है मामला

पिता-पुत्र को NIA कार्यालय बुलाया गया

छापेमारी के बाद, रामपुरा निवासी गुरमेल सिंह ने बताया कि NIA टीम सुबह उनके घर पहुंची थी। इस दौरान उनके बेटे गुर्मिंदर सिंह का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया। इसके साथ ही पूरे घर की तलाशी ली गई, जिसमें अलमारी, छत और बिस्तर के हर कोने की जांच की गई।

NIA टीम ने जब जांच के बारे में जानकारी मांगी, तो उन्हें बताया गया कि 2023 में उनके नाम पर एक सिम कार्ड जारी किया गया है, जिसके साथ उनका आईडी प्रूफ जुड़ा हुआ है। इस फोन से कई संदिग्ध कॉल किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

गुर्मिंदर सिंह की पृष्ठभूमि

गुर्मिंदर सिंह, जो कि SAD (शिरोमणि अकाली दल) का कार्यकर्ता है, ने बताया कि वह एक परिवहन कंपनी में काम करता है और उसका बेटा टिपर चलाता है। उन्होंने कहा कि उसके पास जो सिम और फोन हैं, वे लगभग 15 वर्षों से सक्रिय हैं और इसके बाद उन्होंने कोई नया सिम नहीं लिया है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका किसी किसान संगठन से कोई संबंध नहीं है, लेकिन वह लंबे समय से शिरोमणि अकाली दल के साथ जुड़े हुए हैं। वर्तमान में, जांच एजेंसी ने उन्हें 30 सितंबर को चंडीगढ़ NIA कार्यालय में अपनी बात रखने और सबूत देने के लिए बुलाया है।

सुखविंदर कौर के घर पर भी छापेमारी

यह ध्यान देने योग्य है कि 30 अगस्त को रामपुरा फुल में BKU की महिला किसान नेता सुखविंदर कौर के घर पर भी छापेमारी की गई थी। इस दौरान किसान नेताओं ने इसका विरोध किया और पुलिस वाहन के सामने धरना दिया। NIA की जांच में पता चला कि कई फ्रंटल संगठनों और छात्र विंगों को नक्सलवादी विचारधारा का प्रचार करने और इसके तहत कैडर की भर्ती करने का कार्य सौंपा गया है।

NIA के अनुसार, आरोपियों ने इस एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आतंकवाद और हिंसा के कृत्यों को अंजाम देने के लिए साजिश की। पिछले साल 6 सितंबर को, NIA ने नक्सली नेताओं और CPI (माओवादी) कैडरों के प्रयासों को नाकाम करने के लिए उत्तर प्रदेश में छापेमारी की थी।

नक्सल गतिविधियों की जांच

NIA की इस छापेमारी का उद्देश्य नक्सल गतिविधियों का पर्दाफाश करना और संदिग्ध तत्वों की पहचान करना है। एजेंसी यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि जो भी लोग इस तरह के आतंकवादी कृत्यों में लिप्त हैं, उन्हें सजा मिले।

गुर्मिंदर सिंह और उनके परिवार की स्थिति पर अब सभी की नज़रें होंगी। 30 सितंबर को होने वाली पूछताछ के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि क्या वह वास्तव में किसी संदिग्ध गतिविधि में शामिल हैं या यह सिर्फ एक गलतफहमी है।

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